
BHEL Share Price Target & Analysis 2025 – Should You Invest?
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) भारत की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में से एक है, जो विशेष रूप से पावर सेक्टर में अग्रणी है। वर्तमान में ₹221.33 पर ट्रेड कर रहे BHEL के शेयर पिछले एक साल में 25.37% की गिरावट दर्शा रहे हैं, लेकिन कंपनी के रिकॉर्ड ऑर्डर बुक और मजबूत वृद्धि दर के साथ, निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण विकल्प बना हुआ है।

BHEL stock price has declined 25.37% over the past year, from ₹296.55 to ₹221.33, with significant volatility throughout the period.
BHEL: कंपनी का परिचय और व्यापारिक खंड
BHEL की स्थापना 1964 में हुई थी और यह भारत सरकार के स्वामित्व में एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (CPSU) है। कंपनी का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और इसकी 63.17% हिस्सेदारी सरकार के पास है।

BHEL headquarters building in New Delhi with the company logo visible at the top.
मुख्य व्यापारिक खंड
BHEL का व्यवसाय कई महत्वपूर्ण खंडों में विभाजित है:
पावर सेक्टर (57.8% राजस्व योगदान): यह कंपनी का सबसे बड़ा खंड है, जिसमें थर्मल, हाइड्रो और न्यूक्लियर पावर प्लांट्स का निर्माण शामिल है। BHEL का भारत की कुल स्थापित थर्मल क्षमता में 55% हिस्सा है।
इंडस्ट्री सेक्टर (20.7% राजस्व योगदान): इसमें औद्योगिक उपकरण, ऑयल एंड गैस, रेलवे और डिफेंस सेक्टर के लिए उत्पादन शामिल है।
ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रिब्यूशन (12.4% राजस्व योगदान): सबस्टेशन, ट्रांसफार्मर और ट्रांसमिशन सिस्टम का निर्माण।
रेलवे सेक्टर (9.1% राजस्व योगदान): इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव्स के कंपोनेंट्स की आपूर्ति।

BHEL logo on background of heavy electrical steam turbine equipment in industrial plant
वित्तीय प्रदर्शन और वर्तमान स्थिति
मुख्य वित्तीय मेट्रिक्स
वित्तीय वर्ष 2024-25 में BHEL ने अपना राजस्व ₹27,350 करोड़ तक पहुंचाया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 19% की वृद्धि दर्शाता है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹77,110 करोड़ है, जो इसे लार्ज-कैप स्टॉक बनाता है।
महत्वपूर्ण वित्तीय आंकड़े:
- वर्तमान शेयर मूल्य: ₹221.33
- 52-वीक हाई: ₹304.00
- 52-वीक लो: ₹176.00
- P/E रेशियो: 266.08 (बहुत उच्च)
- बुक वैल्यू प्रति शेयर: ₹71.00
- डिविडेंड यील्ड: 0.23%
- ROE: 2.16%
- डेट टू इक्विटी: 0.36
रिकॉर्ड ऑर्डर बुक और भविष्य की संभावनाएं
BHEL की सबसे बड़ी उपलब्धि इसका रिकॉर्ड ऑर्डर बुक है, जो मार्च 2025 तक ₹1,95,922 करोड़ तक पहुंच गया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में कंपनी को ₹92,534 करोड़ के नए ऑर्डर प्राप्त हुए, जो इसका अब तक का सबसे अधिक वार्षिक ऑर्डर इनफ्लो है।
हाल के प्रमुख ऑर्डर और परियोजनाएं
बड़े कॉन्ट्रैक्ट्स
अदाणी पावर से ₹6,500 करोड़ का ऑर्डर: 6 x 800 MW थर्मल यूनिट्स की आपूर्ति के लिए, जो कुल 4,800 MW क्षमता का है।
महाजेनको से ₹8,000 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट: कोरदी थर्मल पावर स्टेशन में 2 x 660 MW BTG पैकेज के लिए।
NHPC दिबांग प्रोजेक्ट: 2,880 MW हाइड्रो प्रोजेक्ट के लिए इलेक्ट्रो-मैकेनिकल कार्य का ऑर्डर।
NTPC से विभिन्न ऑर्डर्स: सुपरक्रिटिकल बॉयलर्स और अन्य उपकरणों की आपूर्ति के लिए।

Solar power installation with BHEL’s involvement in renewable energy projects in India
नवीकरणीय ऊर्जा में विस्तार
BHEL पारंपरिक पावर जेनेरेशन के अलावा नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में भी तेजी से विस्तार कर रहा है। कंपनी का लक्ष्य है कि अपने कुल बिजनेस का कम से कम 50% हिस्सा नॉन-कोल सेक्टर से प्राप्त करना है।
प्रमुख साझेदारियां
IREDA के साथ सहयोग: भारत के 500 GW नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य (2030 तक) को प्राप्त करने के लिए सहयोग।
RECPDCL के साथ Joint Venture: यूटिलिटी-स्केल रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के विकास के लिए, प्रारंभिक क्षमता 1 GW के साथ।

Solar panels and wind turbines at a renewable energy project site in India, showcasing integrated renewable energy solutions.
बाजार की चुनौतियां और प्रतिस्पर्धा
प्रमुख चुनौतियां
तीव्र प्रतिस्पर्धा: घरेलू निजी क्षेत्र की कंपनियों और चीनी निर्माताओं से बढ़ती प्रतिस्पर्धा। चीनी कंपनियां 10-15% तक सस्ते दरों पर उपकरण उपलब्ध कराती हैं।
मार्जिन प्रेशर: आक्रामक बिडिंग के कारण प्रॉफिट मार्जिन पर दबाव। हाल ही में NTPC के सुपरक्रिटिकल बॉयलर्स के लिए BHEL को BGR Energy के बिड प्राइस को मैच करना पड़ा।
लंबी प्रोक्योरमेंट प्रक्रिया: सरकारी कंपनी होने के कारण लंबी और जटिल खरीदारी प्रक्रिया।
प्रतिस्पर्धी परिदृश्य
BHEL के मुख्य प्रतिस्पर्धी हैं:
- लार्सन एंड टुब्रो (L&T)
- सीमेंस इंडिया
- जनरल इलेक्ट्रिक (GE)
- चीनी कंपनियां (शंघाई इलेक्ट्रिक, डॉन्गफैंग इलेक्ट्रिक)
निवेश दृष्टिकोण और विश्लेषण
सकारात्मक पहलू (Strengths)
मजबूत ऑर्डर बुक: ₹1.96 लाख करोड़ का रिकॉर्ड ऑर्डर बुक कंपनी की भविष्य की आय को सुनिश्चित करता है।
मार्केट लीडरशिप: भारत की थर्मल पावर क्षमता में 55% हिस्सेदारी के साथ मार्केट लीडर की स्थिति।
सरकारी समर्थन: सरकारी स्वामित्व और देश की ऊर्जा जरूरतों में महत्वपूर्ण भूमिका।
विविधीकरण: पावर सेक्टर के अलावा रेलवे, डिफेंस और रिन्यूएबल एनर्जी में विस्तार।
चुनौतियां (Weaknesses)
उच्च वैल्यूएशन: 266+ का P/E रेशियो बहुत अधिक है और निवेश जोखिम बढ़ाता है।
कम ROE: 2.16% का ROE बहुत कम है, जो प्रॉफिटेबिलिटी की चुनौती दर्शाता है।
PSU की बाधाएं: सरकारी कंपनी होने के कारण निर्णय लेने में देरी और नौकरशाही की समस्याएं।
चीनी प्रतिस्पर्धा: कम लागत पर उपकरण देने वाली चीनी कंपनियों से तीव्र प्रतिस्पर्धा।
भविष्य की संभावनाएं और रणनीति
विकास के अवसर
बढ़ती विद्युत मांग: भारत की बढ़ती ऊर्जा जरूरतें BHEL के लिए नए अवसर प्रदान करती हैं। मई 2025 में भारत की पीक पावर डिमांड रिकॉर्ड 231 GW तक पहुंची।
रिन्यूएबल एनर्जी: भारत का 500 GW रिन्यूएबल एनर्जी का लक्ष्य (2030 तक) BHEL के लिए बड़ा अवसर है।
प्राइवेट सेक्टर ऑर्डर्स: अदाणी पावर जैसी निजी कंपनियों से मिले बड़े ऑर्डर्स दिखाते हैं कि निजी क्षेत्र भी BHEL पर भरोसा कर रहा है।
रणनीतिक दिशा
कंपनी अपना फोकस निम्नलिखित क्षेत्रों पर बढ़ा रही है:
- नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स
- कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी
- कोल गैसिफिकेशन
- ग्रीन हाइड्रोजन
- डिफेंस और एयरोस्पेस
तकनीकी विश्लेषण और शेयर मूल्य दृष्टिकोण
वर्तमान में BHEL का शेयर ₹221.33 पर ट्रेड कर रहा है, जो इसके 52-वीक हाई ₹304 से काफी नीचे है। पिछले एक साल में 25.37% की गिरावट के बावजूद, कंपनी के मजबूत ऑर्डर बुक और व्यापारिक वृद्धि को देखते हुए शेयर में रिकवरी की संभावना है।
मुख्य सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल
- तत्काल सपोर्ट: ₹213.43
- तत्काल रेजिस्टेंस: ₹240.79
- 50-दिन मूविंग एवरेज: ₹249.56
- 200-दिन मूविंग एवरेज: ₹229.73
निष्कर्ष और निवेश सुझाव
BHEL एक मिश्रित निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत करता है। एक ओर कंपनी के पास रिकॉर्ड ऑर्डर बुक, मजबूत मार्केट पोजीशन और सरकारी समर्थन है, वहीं दूसरी ओर उच्च वैल्यूएशन, कम प्रॉफिटेबिलिटी और तीव्र प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियां भी हैं।
रिस्क टॉलरेंस के आधार पर निवेश रणनीति:
लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए: भारत की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों और कंपनी की मार्केट लीडरशिप को देखते हुए, यह एक अच्छा दीर्घकालिक निवेश विकल्प हो सकता है। हालांकि, वर्तमान वैल्यूएशन को देखते हुए चरणों में निवेश करना बेहतर रणनीति हो सकती है।
शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स के लिए: उच्च वोलैटिलिटी (बीटा 1.95) के कारण शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के लिए उपयुक्त हो सकता है, लेकिन उचित रिस्क मैनेजमेंट आवश्यक है।
रिस्क फैक्टर्स: चीनी प्रतिस्पर्धा, सरकारी नीतियों में बदलाव, और पावर सेक्टर की चक्रीय प्रकृति मुख्य जोखिम कारक हैं।
BHEL में निवेश करने से पहले निवेशकों को अपनी जोखिम क्षमता, निवेश अवधि और पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन को ध्यान में रखना चाहिए। कंपनी के मजबूत फंडामेंटल्स और भारत की ऊर्जा सुरक्षा में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, यह भविष्य में एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प बन सकता है।
Disclaimer: यह analysis educational purpose के लिए है। Investment decisions से पहले professional financial advice लें और अपनी risk appetite consider करें।
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